Policybazaar IPO In Hindi | Policybazaar IPO : खुल गया 5700 करोड़ का इश्यू 980 रु का है एक शेयर
Policybazaar IPO In Hindi: नमस्कार दोस्तों आज हम इस आर्टिकल में आपको लिए धमाकेदार आईपीओ न्यूज़ लेकर आये है जी हाँ आईपीओ न्यूज़ जिसमे आप इन्वेस्ट भी कर सकते है और आप इनकम को बढ़ा सकते हैं और आपको पॉलिसी बाजार आईपीओ की पूरी जानकारी देंगे आइये जानते है Policybazaar IPO के बारे में….
Policybazaar IPO In Hindi
Policybazaar IPO: दोस्तों पॉलिसी बाजार और पैसा बाजार डॉट कॉम की पैरंट कंपनी जो कि PB Fintech limited है और वह अपना आईपीओ 1 नवंबर को लॉन्च करेगी जो कि 3 नवंबर को समाप्त हो जाएगा और इस इश्यू को आप 3 नवंबर तक सब्सक्राइब कर सकते है और कंपनी ने इसकी बेस प्राइस ₹940 से ₹980 तक तय किया है और कंपनी ने एक आईपीओ अलॉट की साइज 15 शेयरों को रखा है यानी कि आपको कम से कम 15 शेयर खरीदने होंगे और आप अधिकतम 13 अलॉट के लिए आवेदन कर सकते हैं जिसके लिए आपको 2 लाख के आस पास रुपये खर्च करने होंगे
और PB Fintech limited कंपनी ने अगस्त में आईपीओ के लिए सेबी में ड्राफ्ट पेपर सबमिट किया था जो कि 19 अक्टूबर 2021 को आईपीओ के लिए सेबी से मंजूरी मिलने के बाद PB Fintech कंपनी ने इस आईपीओ के जरिये 5710 करोड़ की राशि जुटाने की योजना बनाई है जिसमे कंपनी में 3750 करोड़ रुपए के फ्रेश इश्यू आईपीओ जारी करेगी और 2267 करोड़ रुपए के ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिये शेयर जारी किये जाएंगे और यह कंपनी का पहला आईपीओ होगा और यह कंपनी 15 नवंबर को शेयर बाजार में लिस्टेड होने की संभावना है
इस आईपीओ के लीड मैनेजर्स की बात करें तो जो यह है कोटक महिंद्रा कैपिटल, मॉर्गन स्टेनली इंडिया कंपनी, IIFL, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया, एचडीएफसी बैंक लिमिटेड, ICICI Securities और जेफरीज इंडिया को लीड मैनेजर के तौर पर बनाया गया है
यह कंपनी अपने ग्राहकों को ऑटो, हेल्थ, लाइफ इंश्योरेंस और जनरल इंश्योरेंस पॉलिसी करने की सुविधा प्रदान करता है और इनकी ऑफिसियल साइट से हर महीने 4 लाख से ज्यादा पॉलिसी बेचती है
Policybazaar IPO से मिलने वाली राशि को कंपनी अपने ब्रॉन्ड मजबूत करने पर इस्तेमाल करेगी इसके अलावा कुछ फंड बिजनेस एक्सपेंशन और इनवेस्टमेंट की फंडिंग में खर्च होगा और कई मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि PB Fintech Company अबतक प्रॉफिट में नहीं आ पाई है यह कंपनी कब तक मुनाफे में होगी यह अभी पता नहीं है एक और रिस्क यह है कि ऑनलाइन इंश्योरेंस में कब नियम बदल जाए इसका पता नहीं होता है और नियम बदलने से डायनमिक्स भी चेंज हो सकता है वहीं मौजूदा समय में बाजार के उतार चढ़ाव का भी रिस्क हो सकता है