SEBI Kya Hai | SEBI In Hindi, SEBI ka full form

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Sebi ka Pura Naam Kya Hai | Sebi in Hindi | Sebi Kya hai | What is Sebi in Hindi

अगर आप एक निवेशक, कंपनी Owner या फिर Share Market के बारे में सिखना या इससे सम्बन्धित जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो ऐसे में SEBI Kya Hai इसके बारे में जानना बहुत ज़रुरी है। स्टॉक मार्केट में आपके साथ किसी प्रकार का कोई स्कैम हो जाता है, या फिर कोई और परेशानी आ जाती है, तो आप सेबी के पास अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हो। आज हम आपको इस पोस्ट की मदद से SEBI क्या है ? इसकी स्थापना कब हुई, इसका कार्य क्या है, और इससे सम्बन्धित और जानकारी जो आपके लिए ज़रुरी है। इस तरह की जानकारी के लिए इस आर्टिकल को अंत तक पढे। 

SEBI क्या है | SEBI Kya Hai ? 

SEBI एक तरह की संस्था है, जो स्टॉक मार्केट, म्यूचुअल फंड कंपनी और बाकी शेयर मार्केट से रिलेटेड गतिविधियों पर नजर रखती है। साथ ही किसी कंपनी में कोई गलत गतिविधि सामने आती है, तो SEBI ऐसी कंपनियों को ब्लैकलिस्ट कर देती है। 

SEBI का पुरा नाम Securities and Exchange Board of India है। इसका मुख्य हेड क्वार्टर मुंबई के बांद्रा में स्तिथ है। वहां से सेबी कंपनियों की गतिविधियों पर नजर रखती है। इसके अध्यक्ष अजय त्यागी है। और इसके अलावा भी 8 सदस्य अलग होते है। 

सेबी का गठन क्यों किया गया? 

आप में से कई लोगों को यह सवाल होगा, की आखिर सेबी का गठन क्यों किया गया। तो हम आपको बता दे की साल 1990 के दशक में जब शेयर मार्केट की लोकप्रियता लोगों में ज्यादा बढ़ने लगी और अच्छा मुनाफा भी होने लगा। इसके चलते शेयर मार्केट में फ्रॉड और धोखा धडी के मामले बढ़ने लगे। जिससे लोगों को बहुत ज्यादा नुकसान होता था। इसीलिए स्टॉक मार्केट में होने वाले फ्रॉड  को होने से रोकने के लिए भारत सरकार ने 12 April 1988 को SEBI की स्थापना की थी। लेकिन 30 जनवरी 1992 को सेबी को मान्यता मिली थी। 

उसके बाद जब भी कोई कंपनी या ब्रोकर शेयर मार्केट में किसी तरह का कोई फ्रॉड करता तो उसे तुरंत ब्लैकलिस्ट किया जाता था। इसी डर की वजह से सेबी ने शेयर मार्केट में हो रहे भ्रष्टाचार को बहुत हद्द तक कम कर दिया। अब आपको अच्छे से जानकारी हो गई होगी। साथ में आपको यह भी अच्छे से पता चल गया होगा की क्यों सेबी की स्थापना हुई थी। 

SEBI की भूमिका और उद्देश्य

सेबी का मुख्य उद्देश्य शेयर बाजार को सफल और नियमों के आधीन हो कर चलाना है। SEBI शेयर बाजार का regulator हैं, इसका काम निवेशक और कंपनी के बीच transparency बनाए रखना है व निवेदक के हितों की रक्षा करना है। अगर किसी छोटे या बड़े निवेशक के साथ धोखा होता है, तो ऐसे में सेबी जिस ब्रोकर ने धोखा किया है, उसे सजा भी देती है, तो कोई बार उसे मार्केट से ही बाहर कर देती है। 

सेबी के कार्य क्या है

उपर बताई जानकारी की मदद से आप SEBI के बारे में बहुत कुछ जान गए होंगे, चलिए अब इसके काम को थोड़ा विस्तार से समझते हैं – 

शेयर बाजार का विकास करना

सेबी का मुख्य कार्य सेबी का विकास करना है। जिससे लोग अधिक शेयर मार्केट के बारे में जान सकें और इसमें  निवेश करें। अगर सेबी नही होता तो शायद ही भारत का शेयर मार्केट इतना बडा और सिक्योर हो पाता।

  •  शेयर बाजार के विकास के लिए शेयर मार्केट से रिलेटेड सही जानकारी होना बहुत ज़रुरी होती है, जो सेबी दे रही है।
  • जो भी म्युचुअल फंड कंपनियां रजिस्ट्रेशन के लिए आती है, उन सभी कंपनियों की सेबी सही से जांच करता है।
  • सेबी साथ में शेयर मार्केट का उपयोग मोबाइल फोन से कैसे कर सकते हो उसकी जानकारी भी देता है।

सिक्योर रखना

सेबी शेयर बाजार में किसी तरह का कोई भ्रष्टाचार ना हो इस पर भी बहुत अच्छे से काम कर रहा है। अगर कोई स्टॉक ब्रोकर या कोई कंपनी के खिलाफ किसी प्रकार की शिकायत दर्ज होती है, तो ऐसे में SEBI बहुत ही स्ट्रिक्ट एक्शन लेती है। इसके चलते आज के दिन शेयर बाजार में पैसे निवेश करना बहुत रिक्योर माना जाता है

  • SEBI शेयर मार्केट और अन्य कंपनी की गतिविधियों पर नजर रखता है। 
  • शेयर मार्केट के ब्रोकर, शेयर ट्रांसफर एजेंट ऐसे लोगो पर भी सेबी की नजर रहती है। 
  • सेबी प्रबंधकों, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों, खरीददारी योजनाओं, IPOs, म्यूचुअल फंड्स के दिशा निर्देश को तय करता है।

सेबी प्राइवेट है या सरकारी?

अगर आपको भी यह सवाल रहता है, की क्या सेबी एक प्राइवेट कंपनी है, या फिर सरकार चला रही है, तो हम आपको बता दे की यह कंपनी भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के अंडर कार्य करती है। यानि इस कंपनी पर पूरी तरह से सरकार का कंट्रोल है। यह कंपनी पूरी तरह से सरकारी है। 

SEBI की शक्तियां क्या हैं?

अगर हम सेबी की शक्तियों की बात करे तो सेबी शेयर मार्केट पर नजर रखती है, कोई फ्रॉड करता है, तो उसे सजा भी देती है। साथ में जुर्माना भी वसूलती है। निवेशक की सही जानकारी सुनिश्चित करने का काम भी सेबी हो करता है। आसान शब्दों में यह कह सकते हैं कि SEBI स्टॉक मार्केट का राजा होता है, जिसके पास पूरा राज्य यानी कि स्टॉक मार्केट का कंट्रोल और पावर होता है।

निवेशकों के लिए हेल्पलाइन नंबर

दोस्तों निवेशकों और ट्रेडर्स को ध्यान में रखते हुए इन्होंने एक टोल फ्री नंबर जारी किया है जिससे यदि किसी को भी दिक्कत आती है तो वह इनकी सहयता ले सकता है और वह किसी नुकसान से बच सकते है

सेबी टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर : 1800 266 7575 / 1800 22 7575 इसे पर कॉल करके आप सिक्योरिटीज मार्केट से संबंधित जानकारी ले सकते हैं वह अपने प्रश्नों को भी पूछ सकते हैं और यह सेवा Daily 9:00 बजे से 6:00 तक उपलब्ध होती है वीकेंड को छोड़कर और आप इनके ऑफिसियल मेल पर भी सम्पर्क कर सकते है दोस्तों यह जानकारी केवल इनफार्मेशन उद्देश्य से लिखी गयी है

मैं आशा करता हूँ कि आपको SEBI Kya Hai व इसके कार्य से संबंधित जानकारी पसंद आई होगी धन्यवाद आपका दिन शुभ हो

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