SIP Meaning in Hindi | SIP क्या है ? 

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क्या आप भी SIP में निवेश करना चाहते है, क्या आप भी निवेश करके अच्छे पैसे कमाना चाहते है, तो यह पोस्ट आपके लिए ही है। आज हम आपको SIP Meaning in Hindi, SIP kya hai , इसमें निवेश कैसे कर सकते है। SIP Calculator का इस्तेमाल कैसे करे इसके बारे में हमने बहुत ही आसान भाषा में बताया है। 

SIP Meaning in Hindi

SIP का पुरा नाम Systematic Investment Plan है, जिसे हम हिंदी में व्यवस्थित निवेश योजना के नाम से भी जानते है, लेकिन आमतौर  पर इसे SIP के नाम से जाना जाता है। 

SIP Kya Hai | SIP In Hindi

म्युचुअल फंड में SIP बहुत पॉपुलर निवेश है। जिसमें तुरंत कोई खास लाभ नही मिलता लेकिन लंबे समय तक निवेश करने पर अकल्पनीय लाभ होता है। इसमें निवेशक किसी भी म्युचुअल फंड में छोटी छोटी राशि को निवेश करता है। उसके 10 या 20 सालों में निवेश की गई राशि का 20 गुना या उससे भी अधिक पैसा मिलता है। इस तरह के निवेश में मुनाफा ज्यादा होता है। लेकिन थोड़ा बहुत जोखोम भी होता है। 

इसे हम एक उदाहरण की मदद से समझते है। मान लीजिए आप 7 साल के लिए हर महीने 5000 रुपए की SIP भरते है, और उसका इंट्रेस्ट रेट 10% है, तो भी आपको 1.3 करोड़ रूपए मिल जाएंगे। यह तो हमने आपको सिर्फ़ उदाहरण दिया है। आप अपनी Income के हिसाब से SIP की शुरूआत कर सकते हो। आप 100 रुपए प्रति माह से भी SIP शुरु कर सकते है। चलिए अब हम SIP के प्रकार के बारे में जानते है। 

SIP के प्रकार 

अगर आप SIP कर रहे है, तो ऐसे में आपको SIP के प्रकार के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए।

1. Fixed SIP

इस तरह की SIP में निवेश को Fix निवेश करना होता है। यानि की इसमें आपको प्रति माह या फिर 3 महीने के लिए या फिर 6 महिने के लिए SIP भरनी होगी।

2. Top Up SIP

यह एक तरह की सुविधा है, जो म्युचुअल फंड अपने निवेशकों को देता है। इसमें निवेशक को अपने निर्धारित राशि के अलावा अधिक भुगतान करना है, तो निवेशक कर सकता है।

3. Flexible SIP

इसमें निवेशक को अपनी SIP की रकम बढ़ाने या घटाने की सुविधा मिलती है। इस तरह की SIP बहुत बढ़िया होती है।

4. Stable SIP

यह एक तरहकी स्टेबल SIP है। इस तरह की SIP में निवेशक को एक निर्धारित राशि का भुगतान करना पड़ता है। 

SIP Calculator

वैसे तो इंटरनेट पर कई सारे SIP Calculator है, जिनसे आप अपना SIP Amount Calculate कर सकते हो। लेकिन ET Money SIP Calculator बहुत अच्छा और यूजर इंटरफेस वाला है, तो उसमे आपको अच्छे से समझ आयेगा।

इस SIP Calculator में आपको हर साल कितना इन्वेस्टमेंट करना है, उसको सिलेक्ट करना होगा। उसके बाद कितने साल के लिए निवेश करना है, उसका चुनाव करना होगा। उसके बाद इंट्रेस्ट रेट को सलेक्ट कीजिए। उसके बाद आपको Total Return कितना मिलेगा। उसकी जानकारी मिल जाएगी। 

SIP Calculator 

Documents for SIP in Hindi

अगर आप भी Mutual fund में SIP लेना चाहते है, तो आपको भी यह सवाल होगा की आखिर SIP के लिए किस तरह की दस्तावेज़ पड़ती है। इसकी जानकारी यहां नीचे बताई है।

  • आधार कार्ड
  • पान कार्ड
  • Bank Account
  • पासपोर्ट साइज़ फोटो 

SIP कैसे शुरु करे ? 

SIP की शरुआत करना बहुत ही आसान है। इसके लिए आपको मार्केट में आप को सभी तरह के म्युचुअल फंड की जांच करनी होगी। SIP शुरू करने से पहले आपको म्युचुअल फंड के बारे में सब कुछ सीख लेना चाहिए और फिर उसके बाद आपको SIP की शरुआत करनी है।

SIP में क्या Risk होता है ? 

SIP करना आसान तो है, लेकिन निवेशक को कई बार रिस्क भी लेना पड़ सकता है। इसके लिए नीचे बताई गई बातों को अच्छे से पढ़े।

Settlement Risk

म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशक को ऐसा बताती है, की आपको इतने समय तक इतना रिटर्न तो मिल जाएगा लेकिन यह कई बार मुमकिन नही हो पाता है। जिससे आपका निवेश Risk में आ सकता है।

Liquidity Risk

कई बार ऐसा भी होता है, जिसमें आपके स्टॉक मार्केट एजेंट ने जो स्टॉक खरीदें है, उसे अगर कोई Buyer या सेलर नही मिलता तो वो इसकी लिक्विटी खो सकते है। जिसमें आपका पैसा डूब सकता है।

Default Risk 

इस तरह के रिस्क में आपके म्युचुअल फंड में को पैसे लगाए है, वो कंपनी ही बंद हो जाती है, तो ऐसे में आपके पैसे डूब सकते है।

Loss Principal Risk:

इस तरह के रिस्क में म्युचुअल फंड कंपनी ही बंद हो जाती। इससे भी आपको नुकसान होता है। 

SIP में निवेश के लिए सबसे अच्छे म्युचुअल फंड 

  1. L&T मिडकैप फंड
  2. एचडीएफसी (HDFC) स्मॉल कैप फंड
  3. टाटा रिटायरमेंट सेविंग फंड
  4. फ्रैंकलिन इंडिया स्मॉल कंपनियों
  5. डीएसपी (DSP) स्मॉल कैप फंड

SIP के फायदे : 

  • SIP के जरिए निवेश करने से निवेश अवधि और पैसों के साथ बहुत ज्यादा fluctuation रहता है। इसका मतलब यह है, की आप अपनी मर्जी जीतना चाहे उतने पैसों की SIP सेट कर सकते है। उसमें भी प्रति माह या त्रिमाह या 6 माह के  समय का विकल्प होता है। जिससे आप बहुत ही आसानी से SIP में निवेश कर सकते है। 
  • अगर आप हर SIP को निर्धारित समय पर भरते है, तो ऐसे में आपको रूपी कोस्ट एवरेज का फायदा भी मिलता है। इसका मतलब यह है, जब मार्केट डाउन चल रहा है, और ऐसे में भी आप निवेश करते है, तो आपको स्टॉक के और भी यूनिट अलॉट किए जाएंगे। इससे मार्केट में उतार चढाव आने पर भी आपको अच्छा रिटर्न मिल सकता है। 
  • SIP में कम्‍पाउंडिंग का सबसे बडा रोल है। आप जीतने समय के लिए sip  करते है, उसके हिसाब से ही आपको रिटन मिलता है। इसमें आपको लंबे समय तक निवेश करने से अच्छा मुनाफा मिलता है। 
  • कम्‍पाउंडिंग में सबसे बडा फायदा यह है, की इसमें निवेश का रिटर्न मिलेगा उसका भी रिटर्न मिलेगा। 
  • इसके जरिए आप निश्चित निवेश करते है। जिसका आपको अच्छा रिटर्न मिलता है। 

निष्कर्ष

आज हमने इस आर्टिकल की मदद से SIP Meaning in Hindi, SIP kya hai in hindi, इसके प्रकार क्या है ? SIP के फायदे, इसमें क्या रिस्क है ? SIP लेने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए इस तरह की पूरी जानकारी प्राप्त की। 

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