दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं What is Current Account in Hindi में संपूर्ण जानकारी यानी कि चालू खाता क्या होता है दोस्तों आज हम इसी टॉपिक का विश्लेषण करेंगे और आपको बताएंगे करंट अकाउंट क्या है वैसे ज्यादातर भारतीयों के पास सेविंग अकाउंट यानि कि बचत खाता ही होते है जिसमें आप आम छोटे वर्कर, दिहाड़ी मजदूर, नौकरी पेशा, छोटे-मोटे काम धंधा करने वाले आम जनमानस जो की ज्यादातर सेविंग अकाउंट या प्रधानमंत्री जनधन अकाउंट का ही उपयोग करते हैं
दूसरी ओर वे लोग आते हैं जो बड़े व्यापारी, शोरूम, मल्टीकंपलेक्स, बिजनेस करने वाले इंडस्ट्रियल, बड़े रोजगारी वर्ग आते हैं जो करंट अकाउंट का उपयोग करते हैं तो चलिए मै आज आपको सरल शब्दो में बताता हूं करंट अकाउंट के बारे में संपूर्ण जानकारी
चालू खाता क्या है | What is Current Account in Hindi
अनुक्रम
चालू खाता का मतलब है कि वह अकाउंट जिसमे किसी भी समय लेन देन कर सकते हैं चाहे वे बैंक द्वारा हो या खुद ऑनलाइन इंटरनेट बैंकिंग द्वारा यह सभी सुविधाएं आपको बैंक द्वारा प्रदान की जाती है चालू खाता में आप एक दिन कितनी भी राशि का लेनदेन कर सकते हैं और कितनी भी मात्रा में राशि निकाल व जमा करा सकते है क्योंकि यह आपका अकाउंट व्यापार के लिए ही होता है और इसका उपयोग ज़्यादातर व्यापारी वर्ग द्वारा ही किया जाता है
इन अकाउंट में आपको कोई ब्याज नहीं मिलता बल्कि करंट अकाउंट पर बैंक सेवा शुल्क चार्ज करता है इन अकाउंट पर आपको चेक वा एटीएम की सुविधा प्रदान की जाती है इन अकाउंट पर आपको लोन व EMI लेन पर बहुत ही जल्दी अप्रूवल मिल जाता है
नोट- सामान्य लोगों को इस करंट अकाउंट की तो आवश्यकता ही नहीं पड़ती है उनका काम तो सेविंग अकाउंट में ही चल जाता है करंट अकाउंट की जरूरत तो बिजनेसमैन को होती है क्योंकि उन्हें बड़ी मात्रा में लेनदेन करना होता है जोकि सेविंग अकाउंट द्वारा संभव नहीं है
इसे भी पढ़े : म्यूच्यूअल फंड क्या है और कैसे काम करता है
Current और Saving में अकाउंट में अन्तर
इन दोनों अकाउंट में मुख्य अंतर इस प्रकार है
- सेविंग अकाउंट पर आपको ब्याज मिलता है जबकि करंट अकाउंट पर आपको नहीं मिलता है सेविंग अकाउंट पर लेनदेन की लिमिट होती है पर करंट अकाउंट पर कोई लिमिट नहीं होतीहै
- सेविंग अकाउंट पर आपका कम बैलेंस होगा तब भी काम चल सकता है लेकिन करंट अकाउंट पर जो मिनिमम बैलेंस की लिमिट होगी उसको मेन्टेन करना होगा नहीं तो आप पर उसका चार्ज लागू होगा
- सेविंग अकाउंट में लिमिट से ज्यादा रुपए रखने पर टैक्स देना होगा जबकि करंट अकाउंट की कोई लिमिट नहीं होती है आपको जीएसटी व सालाना इनकम टैक्स की फाइल ही चार्ज ही जमा करना होगा
जरूरी डॉक्यूमेंट करंट अकाउंट खोलने के लिए
अकाउंट खोलने के लिए आपको कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट दिखाने पड़ते हैं जो कि इस प्रकार है जैसे कि आधार कार्ड पैन कार्ड, सैटिफिकेट जो कंपनी बिज़नेस के है और जो व्यक्ति अकाउंट खुलवाना चाहते हैं उन्हें यह डॉक्यूमेंट बैंक को दिखाने होंगे फॉर्म भरने के बाद सबमिट करना होगा सब कुछ अप्रूव्ड (approved) होने के बाद आपका अकाउंट खुल जाएगा
करंट अकाउंट के प्रकार
जैसा कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी से आपको करंट अकाउंट के बारे में व सेविंग और करंट के बीच अन्तर आपको पता चल ही गए होंगे अब ये कितने प्रकार के होते हैं यह भी जान लेते हैं और बैंकों में कई प्रकार के करंट अकाउंट के ऑप्शन उपलब्ध होते हैं जो इस प्रकार है
- स्टैंडर्ड करंट अकाउंट – जो बिज़नेस purpose के लिए अकाउंट खोलना चाहते हैं यह उनके लिए ठीक है
- पैकेज करंट अकाउंट – जैसा कि नाम से ही पता चलता है इसके अंदर बहुत सी पैकेज मिलते हैं हैं जैसे यात्रा बीमा, स्वास्थ्य बीमा आदि पर मिलते हैं
- सिंगल कॉलम कैशबुक – यह अकाउंट बिजनेस के लिए बेस्ट है क्योंकि यह कैशबैक काम करता है
- फॉरेन करेंट अकाउंट – यह उनके लिए है जिन्हें व्यापार के लिए दूसरे देशो से लेनदेन करनी पड़ती है
मैं आशा करता हूं आपको करंट अकाउंट से संबंधित जानकारी पसंद आई होगी धन्यवाद
इसे भी पढ़े : इंडेक्स फण्ड क्या है